जीऊं जितने साल मैं ,रहे पिया का साथ
लगे सुहागन को वहाँ, करवा चौथ विराग ।
सरहद पर तैनात हो,जिसका अमर सुहाग ।
जीऊँ जितने साल मैं ,रहे पिया का साथ ,
उसका करवा चौथ पर ,सोचे यही दिमाग ।।
रमेश शर्मा
लगे सुहागन को वहाँ, करवा चौथ विराग ।
सरहद पर तैनात हो,जिसका अमर सुहाग ।
जीऊँ जितने साल मैं ,रहे पिया का साथ ,
उसका करवा चौथ पर ,सोचे यही दिमाग ।।
रमेश शर्मा