Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jul 2024 · 1 min read

जिस तौर भी कट रही वो ज़िंदगी तेरे नाम पर

जिस तौर भी कट रही वो ज़िंदगी तेरे नाम पर
अब वो दौर भी गुजर गया, ज़िंदगी के दाम पर
वो सूरज भी ढल गया, चांद तारों के शाम पर
चराग जो रौशन हो गए, उजालों के काम पर

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

42 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*शिवरात्रि*
*शिवरात्रि*
Dr. Priya Gupta
"कर्तव्य"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा छंद विधान
दोहा छंद विधान
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कभी कभी प्रतीक्षा
कभी कभी प्रतीक्षा
पूर्वार्थ
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारुपेण संस्थिता
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारुपेण संस्थिता
Sandeep Kumar
हे भगवान तुम इन औरतों को  ना जाने किस मिट्टी का बनाया है,
हे भगवान तुम इन औरतों को ना जाने किस मिट्टी का बनाया है,
Dr. Man Mohan Krishna
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ड़ माने कुछ नहीं
ड़ माने कुछ नहीं
Satish Srijan
कीलों की क्या औकात ?
कीलों की क्या औकात ?
Anand Sharma
बिटिया विदा हो गई
बिटिया विदा हो गई
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
बेटा पढ़ाओ कुसंस्कारों से बचाओ
बेटा पढ़ाओ कुसंस्कारों से बचाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*तेरी याद*
*तेरी याद*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सुबह की नमस्ते
सुबह की नमस्ते
Neeraj Agarwal
याद कब हमारी है
याद कब हमारी है
Shweta Soni
उत्तर
उत्तर
Dr.Priya Soni Khare
आज अंधेरे से दोस्ती कर ली मेंने,
आज अंधेरे से दोस्ती कर ली मेंने,
Sunil Maheshwari
नारी टीवी में दिखी, हर्षित गधा अपार (हास्य कुंडलिया)
नारी टीवी में दिखी, हर्षित गधा अपार (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
2) भीड़
2) भीड़
पूनम झा 'प्रथमा'
क्या अजीब बात है
क्या अजीब बात है
Atul "Krishn"
महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो।
महफ़िल में कुछ जियादा मुस्कुरा रहा था वो।
सत्य कुमार प्रेमी
सामाजिक कविता: बर्फ पिघलती है तो पिघल जाने दो,
सामाजिक कविता: बर्फ पिघलती है तो पिघल जाने दो,
Rajesh Kumar Arjun
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
दिलाओ याद मत अब मुझको, गुजरा मेरा अतीत तुम
gurudeenverma198
Bindesh kumar jha
Bindesh kumar jha
Bindesh kumar jha
“सत्य वचन”
“सत्य वचन”
Sandeep Kumar
तमाम उम्र जमीर ने झुकने नहीं दिया,
तमाम उम्र जमीर ने झुकने नहीं दिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सुना हूं किसी के दबाव ने तेरे स्वभाव को बदल दिया
सुना हूं किसी के दबाव ने तेरे स्वभाव को बदल दिया
Keshav kishor Kumar
..
..
*प्रणय प्रभात*
3322.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3322.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
किसी का दूर जाना
किसी का दूर जाना
Abhishek Bhandari
पल- पल बदले जिंदगी,
पल- पल बदले जिंदगी,
sushil sarna
Loading...