जिस कदर उम्र का आना जाना है
जिस कदर उम्र का आना जाना है
उस कदर नव वर्ष एक बहाना है
उतार-चढ़ाव के इन सायों में
हर वर्ष यूं ही बीत जाना है
खट्टी मीठी यादों में
अपनों का साथ सुहाना है
मुस्कुराहटों का खिल के बिखरना
बचपन फिर से लौट आना है।
हरमिंदर कौर, अमरोहा (यूपी )