जिस्म खूबसूरत नहीं होता
जिस्म का आकर्षण नहीं होता
यह पल भर में खत्म हो जाता है
आकर्षण तो होता है चरित्र का
जो सारी उम्र जगमगाता है !!
एक चिंगारी से भस्म हो जाता
यह पानी सा बुलबुला होता है
दिल अगर है साफ़ इंसान का
सारे जग में महक सा जाता है !!
खुद को देख कर आईने में
न जाने क्यूँ इंसान इतराता है
कर अगर नेक काम दुनिआ में
सारी दुनिआ में जगमगाता है !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ