जिसमें हो परमेश्वर का नाम वो चौपाई नही हो सकते तुम
जिसमें हो परमेश्वर का नाम वो चौपाई नही हो सकते तुम
सिर्फ कालिख हो सकते हो स्याही नही हो सकते तुम
चाहते हो नफरत दुआओं में और गाते हो शांति के गीत
सिर्फ मुनाफ़िक़ हो सकते हो सिपाही नही हो सकते तुम
तुमने मारा हैं पीठ में खंजर गले से लगाकर मुझको
सिर्फ कसाई हो सकते हो भाई नही हो सकते तुम
तुम्हारे विवेक पर ताला है और शैतानों को गाली
सिर्फ तिरगी हो सकते हो रोशनाई नही हो सकते तुम
तुम्हारे इतिहास में है तो बस फितना और फितना
सिर्फ़ जुलम हो सकते हो रहनुमाई नही हो सकते तुम
ऐ इंसानियत आज खुद से नाउम्मीद हो गया हूं मैं
सिर्फ बुराई हो सकते हो अच्छाई नही हो सकते तुम
क्या कहा यकीन करूं मैं और तनहा तुम पर
सिर्फ गुनाही हो सकते हो बेगुनाही नही हो सकते तुम