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8 Sep 2023 · 1 min read

जिसकी जिससे है छनती,

जिसकी जिससे है छनती,
उसकी उससे है बनती।
बनती बात बिगड़ जाती,
जब छनते छनते ठनती।।

महेश चन्द्र त्रिपाठी

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