जिसका जैसा नजरिया होता है वह किसी भी प्रारूप को उसी रूप में
जिसका जैसा नजरिया होता है वह किसी भी प्रारूप को उसी रूप में देखता है जैसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण सूर्य महज एक चमकता हुआ ग्रह, तारा या सौरमंडल का जनक मानती है जबकि हिन्दू धर्म ग्रंथ सूर्य को एक देवता का दर्जा दिया गया है।
जो हमें कुछ भी देता है वही हमारे लिए देवता सदृश्य होता है।
RJ Anand Prajapati