जियो जिन्दगी दूसरों के लिए
त्याग
माँ का
अमूल्य
बच्चों
के लिए
किये गये
त्याग का
न है कोई
मूल्य
करता है
जवान
देश के लिए
परिवार का त्याग
रहता
सीमा पर
लड़ता
दुश्मन से
जो जीता जीवन
त्याग , ईमान से
दुख तकलीफ में
बनता सहभागी
दूसरों का
रहता याद हमेशा
मत भूलो
त्याग
अपनों का
करो सम्मान
उनका दिल से
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल