Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Nov 2020 · 1 min read

जिम्मेदारी

जिम्मेदारी-1
*********
ये हम सब की
जिम्मेदारी है कि हम
प्रकृति से खिलवाड़ न करें ,
साफ सफाई रखें
धरती को हरा भरा रखें,
हरियाली से धरती को
सदा सजायें,
प्रदूषण फैलने/फैलाने से बचायें,
अपनी जिम्मेदारी समझें
दूसरों को भी समझायें,
धरती को स्वर्ग बनाएं,
अपने,अपने परिवार,
समाज, राष्ट्र के प्रति
अपना कर्तव्य निभाएं,
जीवन को खुशहाल बनाएं।
● सुधीर श्रीवास्तव

Language: Hindi
1 Like · 322 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
काश.......
काश.......
Faiza Tasleem
वासना और करुणा
वासना और करुणा
मनोज कर्ण
बुद्ध भगवन्
बुद्ध भगवन्
Buddha Prakash
रक्तिम- इतिहास
रक्तिम- इतिहास
शायर देव मेहरानियां
** सावन चला आया **
** सावन चला आया **
surenderpal vaidya
बादल बरसे दो घड़ी, उमड़े भाव हजार।
बादल बरसे दो घड़ी, उमड़े भाव हजार।
Suryakant Dwivedi
*आगे जीवन में बढ़े, हुए साठ के पार (कुंडलिया)*
*आगे जीवन में बढ़े, हुए साठ के पार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
प्राची संग अरुणिमा का,
प्राची संग अरुणिमा का,
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
सोच समझ कर
सोच समझ कर
पूर्वार्थ
सोशल मीडिया पर हिसाबी और असंवेदनशील लोग
सोशल मीडिया पर हिसाबी और असंवेदनशील लोग
Dr MusafiR BaithA
प्रायश्चित
प्रायश्चित
Shyam Sundar Subramanian
ढूंढा तुम्हे दरबदर, मांगा मंदिर मस्जिद मजार में
ढूंढा तुम्हे दरबदर, मांगा मंदिर मस्जिद मजार में
Kumar lalit
पितृ स्तुति
पितृ स्तुति
दुष्यन्त 'बाबा'
हर एकपल तेरी दया से माँ
हर एकपल तेरी दया से माँ
Basant Bhagawan Roy
मेरे अंशुल तुझ बिन.....
मेरे अंशुल तुझ बिन.....
Santosh Soni
दर्द
दर्द
Dr. Seema Varma
इरादा हो अगर पक्का सितारे तोड़ लाएँ हम
इरादा हो अगर पक्का सितारे तोड़ लाएँ हम
आर.एस. 'प्रीतम'
करके ये वादे मुकर जायेंगे
करके ये वादे मुकर जायेंगे
Gouri tiwari
हृदय में धड़कन सा बस जाये मित्र वही है
हृदय में धड़कन सा बस जाये मित्र वही है
Er. Sanjay Shrivastava
"विपक्ष" के पास
*Author प्रणय प्रभात*
कितने बड़े हैवान हो तुम
कितने बड़े हैवान हो तुम
मानक लाल मनु
Kya kahun ki kahne ko ab kuchh na raha,
Kya kahun ki kahne ko ab kuchh na raha,
Irfan khan
रूपमाला
रूपमाला
डॉ.सीमा अग्रवाल
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
असफलता का घोर अन्धकार,
असफलता का घोर अन्धकार,
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
2599.पूर्णिका
2599.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
हूं बहारों का मौसम
हूं बहारों का मौसम
साहित्य गौरव
कर्म -पथ से ना डिगे वह आर्य है।
कर्म -पथ से ना डिगे वह आर्य है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
कर्मयोगी
कर्मयोगी
Aman Kumar Holy
“मृदुलता”
“मृदुलता”
DrLakshman Jha Parimal
Loading...