जिम्मेदारी बोझ नहीं __ घनाक्षरी
मिल जाए काम कोई जीवन में यदि साथी।
समझ के जिम्मेदारी करके दिखाना है।।
अवरोध बाधाएं तो आती जाती रहती हैं।
कदम कदम चल चल के दिखाना है।।
जिम्मेदारी बोझ नहीं हिस्सेदारी निभा लेना।
आदर्श सभी का तुझे बनके दिखाना है।।
ऐसे काम करना तू सब बने तेरे जैसे।
बाद में है पैसे वैसे कहके दिखाना है।।
राजेश व्यास अनुनय