जिम्मेदारी बड़ी या सपने बड़े,
जिम्मेदारी बड़ी या सपने बड़े,
औरतों से क्यों न यह सवाल करे?
जीवन के मैदान में, एक दूसरे से मिले,
जिम्मेदारी का बोझ, सपनों के साथ चले।
सपने वो हैं जो दिल को छू जाएं,
जिम्मेदारी में भी, उनका है अपना मायाजाल आए।
औरतें जानती हैं, सपनों का दर्पण,
जिम्मेदारी भी है, मजबूती का संवर्धन।
इस सवाल में छुपा है जीवन का राज,
जिम्मेदारी और सपने, एक दूसरे के साथ।
दुनिया की चुनौतियों में खड़ी,
सपनों को बनाएं और तैयारी सही।
जिम्मेदारी बड़ी या सपने बड़े,
औरतों से क्यों न यह सवाल करे?
चुने वह रास्ता, जो बनाए सपनों का सफर दमदार ,
और जिम्मेदारी को बनाए साथी, नये क़दमों के साथ शानदार।