जिन्दगी रो पड़ी है। फिर बच्चे भूखे सो गए हैं मेरे इंतजार में। आज जिन्दगी रो पड़ी है मेरी मुफलिसी पर।। ✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️