Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2022 · 1 min read

जिन्दगी बेकार

“रिश्तों में प्यार भी है
तकरार भी है मगर
इश्क इकतरफा हो तो
जिन्दगी बेकार भी है”
शिव प्रताप लोधी

Language: Hindi
Tag: शेर
108 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from शिव प्रताप लोधी
View all
You may also like:
बहू हो या बेटी ,
बहू हो या बेटी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
"बच सकें तो"
Dr. Kishan tandon kranti
अपनों का दीद है।
अपनों का दीद है।
Satish Srijan
कृष्ण की राधा बावरी
कृष्ण की राधा बावरी
Mangilal 713
हिन्दी पर नाज है !
हिन्दी पर नाज है !
Om Prakash Nautiyal
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
साहित्य गौरव
धूल से ही उत्सव हैं,
धूल से ही उत्सव हैं,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
तलाशती रहती हैं
तलाशती रहती हैं
हिमांशु Kulshrestha
*भारत माता को नमन, अभिनंदन शत बार (कुंडलिया)*
*भारत माता को नमन, अभिनंदन शत बार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल/नज़्म - उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे
ग़ज़ल/नज़्म - उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे
अनिल कुमार
अंतहीन प्रश्न
अंतहीन प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
प्यार गर सच्चा हो तो,
प्यार गर सच्चा हो तो,
Sunil Maheshwari
क्षितिज के उस पार
क्षितिज के उस पार
Suryakant Dwivedi
अपनी सीरत को
अपनी सीरत को
Dr fauzia Naseem shad
नागिन
नागिन
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
* भैया दूज *
* भैया दूज *
surenderpal vaidya
वो दो साल जिंदगी के (2010-2012)
वो दो साल जिंदगी के (2010-2012)
Shyam Pandey
जैसे
जैसे
Dr.Rashmi Mishra
दिल ने गुस्ताखियाॅ॑ बहुत की हैं जाने-अंजाने
दिल ने गुस्ताखियाॅ॑ बहुत की हैं जाने-अंजाने
VINOD CHAUHAN
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ख़्याल
ख़्याल
Dr. Seema Varma
इंसान एक दूसरे को परखने में इतने व्यस्त थे
इंसान एक दूसरे को परखने में इतने व्यस्त थे
ruby kumari
2963.*पूर्णिका*
2963.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आंखों में भरी यादें है
आंखों में भरी यादें है
Rekha khichi
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
किस तिजोरी की चाबी चाहिए
किस तिजोरी की चाबी चाहिए
भरत कुमार सोलंकी
KRISHANPRIYA
KRISHANPRIYA
Gunjan Sharma
मै शहर में गाँव खोजता रह गया   ।
मै शहर में गाँव खोजता रह गया ।
CA Amit Kumar
पाँव पर जो पाँव रख...
पाँव पर जो पाँव रख...
डॉ.सीमा अग्रवाल
जीवन को सुखद बनाने की कामना मत करो
जीवन को सुखद बनाने की कामना मत करो
कृष्णकांत गुर्जर
Loading...