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13 Sep 2021 · 1 min read

जिन्दगी एक लकीर सी

न मुझे अब खुद की
तलाश है
न मेरे साथ चलते सायों की
जिन्दगी कैसे
एक लकीर सी
हवा की तरह तैर रही है
न मुझे अब आगे बढ़ने
और न ही पीछे हटने की
कोई ख्वाहिश है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
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