जिनमें सोचने समझने की क्षमता है।
जिनमें सोचने समझने की क्षमता है।
वो अपराध करते हैं स्वयं पर नियंत्रण नहीं है।
आप और हम तीन चार साल की बच्ची को।
गुड टच और बैड टच सिखा रहे है जो अनभिज्ञ है।
क्या ज़माना आ गया है।
लड़कियों को संस्कार सिखाना आसान है।
लड़कों को संस्कार नहीं देते हैं इसीलिए।
अपराध कम नहीं होता है अपराध बढ़ता है।
_ सोनम पुनीत दुबे