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*प्रणय*
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27 May 2023 · 1 min read
जिनके पास
जिनके पास
“खम्बे” नहीं बचे,
वो बेचारे क्या नोचें…?
आप ख़ुद सोचें।।
😊प्रणय प्रभात😊
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