जिनकी आंखों को धूप चुभे
जिनकी आंखों को धूप चुभे
वो खिड़की और दरवाज़ों पर पर्दे
और आंखों पर काले चश्मे लगाएं।
सूरज तो दिशा बदलने से रहा।।
◆प्रणय प्रभात◆
जिनकी आंखों को धूप चुभे
वो खिड़की और दरवाज़ों पर पर्दे
और आंखों पर काले चश्मे लगाएं।
सूरज तो दिशा बदलने से रहा।।
◆प्रणय प्रभात◆