जितना सताना हो,सता लो हमे तुम
जितना सताना हो,सता लो हमे तुम,
जितना तडपाना हो,तड़पा लो तुम।
मेरा भी भगवान राम मालिक है,
कोई कसर नहीं छोड़ो अब तुम।।
सब कुछ दिया था मैने तुमको,
प्यार दुलार दिया था मैने तुमको।
कोई कसर नही छोड़ी थी मैने,
बताओ क्या नही दिया मैने तुमको।।
जितनी सजा देनी है दे लो तुम,
जितना अलग चाहो,रख लो तुम।
अलग कभी भी न हो पाऊंगी,
चाहे जितने जतन कर लो तुम।।
जितने जुल्म ढाने है,ढा लो तुम,
जितने तीर चलाने है चला लो तुम।
जब विदा हो जाऊंगी इस दुनिया से,
आकर मेरी अर्थी पर रो लेना तुम।।
बताओ तो क्या खता हुई हैं मुझसे,
बताओ तो क्या हया हुई है मुझसे।
आखरी विनती करती हूं मै तुमसे,
न अलग हो तुम अब कभी मुझसे।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम