जिज्ञासु प्रवृत्ति का होना!
विद्यार्थी को हमेशा जिज्ञासु प्रवृत्ति का होना चाहिए।वह जो भी काम करता है, उसे पहचान ने की जिज्ञासा होना चाहिए।कि यह वस्तु का निर्माण कैसे हुआ?यह प्रशन अपने आप से पूछे। उसे वह आश्चर्य जनक नजरों से देखें।उस पर विचार करे। फिर शोध करे कि हम इसको ओर आकर्षित कैसे बना सकते हैं।जिस विद्यार्थी की जिज्ञासा मरी हुई होती है।वह आगे नहीं बढ़ सकता है। पढ़ाई में शोध और अध्ययन में जिज्ञासा का होना आवश्यक है। नहीं तो हमारे जीवन में पढ़ाई का कोई अर्थ नहीं रह जायेगा। हमेशा सीखने की ललक होना आगे बढ़ने का संकेत होता है। मनुष्य को हमेशा सीखते रहना चाहिए।