जिंदगी
गज़ल
काफ़िया- ई स्वर
रदीफ़- गैर मुरद्दफ
फ़ाइलुन फ़ाइलुन
212……….212
तू मेरी जिंदगी!
मैं करूँ बंदगी!
मैं तेरी राह में,
मिल मुझे जल्द ही,
तेरे इनकार से,
सब करें खुदकुशी!
तू खुशी सब खुशी,
अन्यथा मयकशी!
रूठ तू जो गई,
फिर मिले ना कभी!
जिसको तू मिल गई,
मिट गई तिश्नगी!
मैं हुॅं प्रेमी तेरा,
प्यार कर ले कभी!
….. ✍ प्रेमी
24.05.2021