// एक तेरा होना//
मेरा तुझसे मिलना, मिलकर इतना यूं करीब आ जाना।
यूं कोई संयोग तो नही हो सकता।।
कोई तो बात है तुझमें, जो यूं खींचा चला आता हॅू मैं।
कभी किसी बहाने, तू मिल तो सही, तो बतलाउ तुझे, की क्या अहमियत है, एक तेरे होने की।।
यूं तो कई चेहरे देखें है, मैनें इस जिंदगी के सफ़र में।
पर न जाने क्यों, सिर्फ एक तेरा चेहरा ही, मुझे हर बार नज़र आता है।।
एक तेरे न होने की जद़ में, खुद को यूं ढुंढता हॅु मैं।
कभी एक साॅए सा मेरे साथ चल तो सही।।
जानता हुॅ मैं इतना आसान नही, यह सफ़र जिंदगी का।
पर कभी कुछ कदम़ साथ चलने का हौंसला दिखा तो सही।।
यूं तो कई लोग मिलेंगें हमें, इस जिंदगी के सफ़र में।
कुछ जाने से, तो कुछ अनजाने से।।
पर तू जो मिल गया तो, रास्तें ये आसां हो जाएंगे,
यूं पग-पग हम बढ़ते जाएंगे, यूं पग-पग हम बढ़ते जाएंगे।।
लगता हैं कभी-कभी, जिंदगी यह आसान न होती।
तुम जो न साथ होते, तुम जो न साथ होते।।