“जिंदगी”
जिंदगी हमेशा मजबूर नहीं होती।
किस्मत हमेशा भरपूर नहीं होती।
दुनिया को रंग बदलते देखा है मैंने।
जिंदगी हर समय मशहूर नहीं होती।
वक्त की नजाकत पहचान ली जिसने।
उसकी मंजिल कभी दूर नहीं होती।
राह में जो भी मिले बना ले अपना।
हर वक्त तेरी रजा मंजूर नहीं होती।
जिंदगी में वही आगे बढ़ता है प्रशांत।
जिंदगी जिसकी कभी मग़रूर नहीं होती।
प्रशांत शर्मा “सरल”
नेहरु वार्ड नरसिंहपुर
मोबाइल 9009594797