जिंदगी से निकल जाने वाले
जिंदगी से निकल जाने वाले
कभी याद नहीं आते,
याद आती हैं तो यादें,
लम्हें जो साथ जिए थे कभी
याद आते हैं वो सपने
जो साथ छोड़ कर चले जाने भर से
हमेशा के लिए अधूरे हो जाते हैं,
याद आती है वो
मुक्कम्मल ज़िंदगी
जो उसके जाने से अधूरी रह गई
वो रातें याद आती हैं,
जिनमें चांद को गवाह बना ,
साथ चलने के ख़्वाब देखे थे,
देखी थी एक पूरी जिंदगी
जहाँ मैं, तुम, हमारे ख़्वाब,
अनगिनत लम्हे थे साथ जीने को
आज भी बहुत कुछ याद आता है,
बस, तुम्हारी याद आने से डर लगता है
हिमांशु Kulshrestha