जिंदगी से कुछ यू निराश हो जाते हैं
जिंदगी से कुछ यू निराश हो जाते हैं
मोबाइल को जिंदगी बना लेते हैं
कुछ पलों की झूठी खुशी के खातिर
अपने कितने अहम् वक्त गंवा देते हैं ll
जिंदगी से कुछ यू निराश हो जाते हैं
मोबाइल को जिंदगी बना लेते हैं
कुछ पलों की झूठी खुशी के खातिर
अपने कितने अहम् वक्त गंवा देते हैं ll