जिंदगी में पैसे का महत्व
वैसे तो कई घटना है मेरे जीवन की जब मुझे पैसे का महत्व पता चला लेकिन एक ऐसी घटना है जिससे मुझे सबसे ज्यादा सीख मिली और वो घटना आज मै बताने जा रहा हु। बात आज से 7 साल पहले की है जब मेरी दादी अस्पताल में भर्ती थी और एक दिन डॉक्टर ने एक जांच कराने के लिए बोला और उस समय किसी वजह से पापा के बैंक का A T M काम नहीं कर रहा था तो मैंने एक रिश्तेदार से पूछा की आपके पास 1000 रूपए है क्युकी अचानक से एक टेस्ट कराना है दादी का, तो उनका जवाब मिला की मेरे पास तो 600 रूपए ही है, उस वक़्त मुझे समझ आया की ये जो भीड़ है मेरी दादी के लिए अस्पताल आये है दादी का हालचाल पूछने किसी काम के नहीं है , मुझे खुद ही इस लायक बनना है की मै अपने दम पर करू जो कुछ भी कर सकू दादी के लिए और बिना पैसे के आपको परिवार का प्यार मिल सकता है , उनका साथ मिल सकता है लेकिन बाहरी दुनिया में बिना पैसे के कुछ नहीं है चाहे पैसे के बिना किसी की जान ही न चली जाये किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता। उसी दिन से जब तक मेरी दादी अस्पताल में रही तब तक मै आधे दिन के लिए ऑफिस जाता था और आधे दिन बाद अस्पताल आ जाता था जिससे मुझे ऑफिस से पैसे मिलते रहे और दादी की इलाज में कोई कमी न हो। मै ऑफिस इसलिए भी जा पाता था क्युकी उनकी देखभाल करने के लिए मम्मी पापा भाई लोग सब उनके पास थे। और आज मै बड़े गर्व के साथ बोल सकता हु की जब तक मेरी दादी दुनिया में रही तब तक वो ये सभी से बोलती थी की मेरे पोते जैसे किसी का पोता नहीं। मेरे पिताजी को गर्व है मुझपर की मै और मेरे भाई लोगो ने दादी की सेवा में कोई कमी नहीं छोड़ी। मै कही भी रहू लेकिन मेरे दिल और दिमाग में मेरे परिवार के सभी सदस्य हमेशा रहते है और मै वही करता हु जिसमे हम सभी का भला हो।