जिंदगी में किसी को रुला कर आप हवन करते हैं तो कोई लाभ नहीं ह
जिंदगी में किसी को रुला कर आप हवन करते हैं तो कोई लाभ नहीं होता है, लेकिन आप हर दिन सिर्फ एक व्यक्ति को हंसाते हैं तो साहब अगरबत्ती जलाने की कोई जरूरत नहीं है।
“कर्म ही असली नियति है”
जिंदगी में किसी को रुला कर आप हवन करते हैं तो कोई लाभ नहीं होता है, लेकिन आप हर दिन सिर्फ एक व्यक्ति को हंसाते हैं तो साहब अगरबत्ती जलाने की कोई जरूरत नहीं है।
“कर्म ही असली नियति है”