जिंदगी में आज भी मोहब्बत का भरम बाकी था ।
जिंदगी में आज भी मोहब्बत का भरम बाकी था ।
उसकी गुस्ताख़ निगाहों में मौहब्बत अब भी जिंदा है।।
Phool gufran
जिंदगी में आज भी मोहब्बत का भरम बाकी था ।
उसकी गुस्ताख़ निगाहों में मौहब्बत अब भी जिंदा है।।
Phool gufran