जिंदगी मजाक नही
जिंदगी मजाक नही
जिसे हँसी में उड़ा दो,
जिन्दगी गणित का
सवाल भी नही।
जिसमे उलझ के,
रहा जाय
ये तो कर्तव्यों की
वो सीढियाँ है
जिसमे मन्द गति से
चलते चलते चढ़ा जाय
अधिकारो की चाहत मे
दुसरो का भी
भला किया जाय
ख़ुशी हो या गम
सम भाव में रहे हम
बर्तमान में जीओ
मेरे दोस्त
भविष्य को रखे
सिक्योर
भुत तो पुल के
नीचे का पानी है
बस जिन्दगी की
यही कहानी है