Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Mar 2020 · 1 min read

जिंदगी भी हवालात जैसी लगी

दो घड़ी की मुलाकात ऐसी लगी
पूछिए न ये हमसे कि कैसी लगी

फर्ज की बेड़ियों ने यूँ बाँधा हमें
जिंदगी भी हवालात जैसी लगी

Language: Hindi
432 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फल और मेवे
फल और मेवे
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
लफ्जों के सिवा।
लफ्जों के सिवा।
Taj Mohammad
■ आज मेरे ज़मीं पर नहीं हैं क़दम।।😊😊
■ आज मेरे ज़मीं पर नहीं हैं क़दम।।😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
उदयमान सूरज साक्षी है ,
उदयमान सूरज साक्षी है ,
Vivek Mishra
पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी।
पकौड़े चाय ही बेचा करो अच्छा है जी।
सत्य कुमार प्रेमी
........,
........,
शेखर सिंह
हसरतों के गांव में
हसरतों के गांव में
Harminder Kaur
*पाते असली शांति वह ,जिनके मन संतोष (कुंडलिया)*
*पाते असली शांति वह ,जिनके मन संतोष (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
संवेदना की बाती
संवेदना की बाती
Ritu Asooja
Know your place in people's lives and act accordingly.
Know your place in people's lives and act accordingly.
पूर्वार्थ
मैं बेटी हूँ
मैं बेटी हूँ
लक्ष्मी सिंह
सरकार बिक गई
सरकार बिक गई
साहित्य गौरव
ये आज़ादी होती है क्या
ये आज़ादी होती है क्या
Paras Nath Jha
खुद को सम्हाल ,भैया खुद को सम्हाल
खुद को सम्हाल ,भैया खुद को सम्हाल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
VINOD CHAUHAN
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
3425⚘ *पूर्णिका* ⚘
3425⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
अच्छे बच्चे
अच्छे बच्चे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रामचरितमानस दर्शन : एक पठनीय समीक्षात्मक पुस्तक
रामचरितमानस दर्शन : एक पठनीय समीक्षात्मक पुस्तक
श्रीकृष्ण शुक्ल
होली कान्हा संग
होली कान्हा संग
Kanchan Khanna
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
Shweta Soni
घमंड
घमंड
Ranjeet kumar patre
रस का सम्बन्ध विचार से
रस का सम्बन्ध विचार से
कवि रमेशराज
तारिणी वर्णिक छंद का विधान
तारिणी वर्णिक छंद का विधान
Subhash Singhai
"खैरात"
Dr. Kishan tandon kranti
*
*"गंगा"*
Shashi kala vyas
संत सनातनी बनना है तो
संत सनातनी बनना है तो
Satyaveer vaishnav
ख्वाहिशों के बोझ मे, उम्मीदें भी हर-सम्त हलाल है;
ख्वाहिशों के बोझ मे, उम्मीदें भी हर-सम्त हलाल है;
manjula chauhan
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
बे फिकर होके मैं सो तो जाऊं
Shashank Mishra
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
Charu Mitra
Loading...