Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Neeraj Agarwal
33 Followers
Follow
Report this post
2 Aug 2023 · 1 min read
जिंदगी भी फूलों की तरह हैं।
जिंदगी भी फूलों की तरह हैं।
बस कांटे और संघर्ष सांसों के साथ हैं।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 316 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
जीवन जोशी कुमायूंनी साहित्य के अमर अमिट हस्ताक्षर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
यादों के अभिलेख हैं , आँखों के दीवान ।
sushil sarna
" अधरों पर मधु बोल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
अधीर होते हो
surenderpal vaidya
Thanh Thiên Phú
Thanh Thiên Phú
माँ
Raju Gajbhiye
इन सर्द रास्तों पर
हिमांशु Kulshrestha
दोहे एकादश ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
बुरा नहीं देखेंगे
Sonam Puneet Dubey
बाल कविता : रेल
Rajesh Kumar Arjun
मतदान कीजिए (व्यंग्य)
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
प्यार कर हर इन्सां से
Pushpa Tiwari
नव वर्ष का आगाज़
Vandna Thakur
दुआ सलाम न हो पाए...
अरशद रसूल बदायूंनी
ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का
SUDESH KUMAR
" इंसान "
Dr. Kishan tandon kranti
राजस्थानी भाषा में
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
4890.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
फूलों से सीखें महकना
भगवती पारीक 'मनु'
देसी घी से टपकते
Seema gupta,Alwar
सत्य
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
प्रेम और घृणा से ऊपर उठने के लिए जागृत दिशा होना अनिवार्य है
Ravikesh Jha
पास अपने
Dr fauzia Naseem shad
“किरदार”
Neeraj kumar Soni
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिन्हें "हिंसा" बचपन से "घुट्टी" में मिला कर पिलाई जाएगी, वे
*प्रणय*
न रोने की कोई वजह थी,
Ranjeet kumar patre
अंगड़ाई
भरत कुमार सोलंकी
मां इससे ज्यादा क्या चहिए
विकास शुक्ल
Loading...