जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको
जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको।
नहीं होने दूँगा कभी, बर्बाद मैं तुमको।।
जिंदगी बहुत प्यार———————-।।
होती तुमसे शिकायत तो, तुमसे मैं कहता।
होने नहीं दूँगा कभी, नाराज मैं तुमको।।
जिंदगी बहुत प्यार——————–।।
चाहे समझे खिलौना, तुमको यह दुनिया।
होने नहीं दूँगा कभी, नासाज मैं तुमको।।
जिंदगी बहुत प्यार——————-।।
चाहे बिछा दें नश्तर, तेरी राह में जमाना।
होने नहीं दूँगा कभी, बेरौनक मैं तुमको।।
जिंदगी बहुत प्यार——————–।।
तेरे लिए मैंने, बहुत ख्वाब सजा रखें हैं।
होने नहीं दूँगा कभी, बेरोशन मैं तुमको।।
जिंदगी बहुत प्यार——————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)