“जिंदगी ने हमें इस कदर लूटा”
जिंदगी से आज हमने पूछ ही लिया।
क्यूँ तूने हमें इस कदर लूटा।
कि मौत ने भी आज हमें।
पहचानने से इंकार कर दिया।
सुचिता बोहत
ग्राम-तिपरपुर (देहरादून)
जिंदगी से आज हमने पूछ ही लिया।
क्यूँ तूने हमें इस कदर लूटा।
कि मौत ने भी आज हमें।
पहचानने से इंकार कर दिया।
सुचिता बोहत
ग्राम-तिपरपुर (देहरादून)