जिंदगी जिंदगी का पता दे मुझे
जिंदगी जिंदगी का पता दे मुझे
तुझसे खुश कौन है ये बता दे मुझे
तुझको जीना कहाँ इतना आसान है
शख्स कोई भी हो बस परेशान है
खुद में घुटता हुआ मर रहा आदमी
ख्वाहिशों से भरा दिल ये नादान है
अपनी ख्वाहिश भी अब तू जता दे मुझे
जिंदगी जिंदगी का पता दे मुझे
तेरे दर पर मैं सर को पटकता रहा
अजनबी रास्तों पर भटकता रहा
आँखें वो जिनकी बनकर रहा नूर मैं
जाने क्यों आज उनको खटकता रहा
न किसी का तू अब वास्ता दे मुझे
जिंदगी जिंदगी का पता दे मुझे
है समंदर मगर कोई साहिल नहीं
रास्ता है मगर कोई मंजिल नहीं
साथ ताउम्र देता रहा मैं तेरा
पर अभी तक हुआ कुछ भी हासिल नहीं
रास्ता छोड़ अब रास्ता दे मुझे
जिंदगी जिंदगी का पता दे मुझे
हौसला है मगर साथ तू भी तो दे
साथ चल हाथ में हाथ तू भी तो दे
अपनी बाँहों में तुझको छुपा लूँ मगर
खुशनुमा दिन हसीं रात तू भी तो दे
खुशियों का थोड़ा सा नाश्ता दे मुझे
जिंदगी जिंदगी का पता दे मुझे