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27 Jun 2022 · 1 min read

जिंदगी की शाम

बहुत देर लगादी तुमने ऐ दोस्त ,!
मेरे जज़्बात समझने में,
अब तो हो रही है जिंदगी की शाम ,
और मुहोबत है नाकामी- की राह में.

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 2 Comments · 122 Views
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