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13 Jun 2021 · 1 min read

जिंदगी का ये सफर चलता रहेगा दोस्तो!

2122……2122…….2122……..212
वक्त इक दरिया है, ये बहता रहेगा दोस्तो!
जिंदगी का ये सफर, चलता रहेगा दोस्तो!

वक्त के संग जो चला, चलता रहेगा दोस्तो!
गम – खुशी के दौर में, हंसता रहेगा दोस्तो!

है पता मंजिल नहीं, पर रास्ते पर चल दिए,
पायेगा मंजिल नहीं, चलता रहेगा दोस्तो!

काम क्रोधी मोह लोभी,फॅंस गया मद जाल में,
भव के सागर में वही, उलझा रहेगा दोस्तो!

भूखे प्यासे को अगर, रोटी औ पानी न मिले,
मुफलिसी का दंश वो, सहता रहेगा दोस्तो!

देश दुनियाँ में अगर, ईमानदारी ना रही,
आदमी ईमान भी, बिकता रहेगा दोस्तो!

बीज प्रेमी बो के देखो, दिल की बंजर भूमि पर,
प्रेम फूलेगा फलेगा औ …..खिलेगा दोस्तो!

……. ✍ सत्य कुमार प्रेमी

1 Like · 4 Comments · 314 Views
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