Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jan 2019 · 2 min read

जिंदगी का अनमोल रतन है दोस्ती (कविता)

” जिंदगी का अनमोल रतन है दोस्ती
जिंदगी जीने का दूसरा नाम है दोस्ती ”

हमने मिटटी के घरों में रहकर भी हमेशा दोस्तों के साथ बैठ कर परियों और राजाओं की कहानियां सुनीं
बचपन में मोहल्ले के मैदानों में अपने दोस्तों के साथ पम्परागत खेल, गिल्ली-डंडा, लुका-छुपी, खो-खो, कबड्डी, कंचे जैसे खेल खेले हैं

” जिंदगी का अनमोल रतन है दोस्ती
जिंदगी जीने का दूसरा नाम है दोस्ती ”

साथ बैठकर दोस्तों के संग कम बल्ब की पीली रोशनी में होम वर्क भी किया है और नावेल भी पढ़े हैं
दोस्तों ने हमारे लिए अपने जज़्बात, खतों में आदान प्रदान किये हैं
जिन्होंने स्याही वाली दावात या पेन से कॉपी, किताबें, कपडे और हाथ काले, नीले किये है

दोस्तों का गहरा प्यार है दोस्ती
दूर होकर भी जो दूर ना लगे
एक ऐसा ही एहसास तो है दोस्ती

” जिंदगी का अनमोल रतन है दोस्ती
जिंदगी जीने का दूसरा नाम है दोस्ती ”

हम दोस्तों के साथ मोहल्ले के बुज़ुर्गों को देख कर
नुक्कड़ से भाग कर घर आ जाया करते थे
जिन्होने वो खूबसूरत रिश्ते और उनकी मिठास बांटना सिखाया है
दोस्त कम पढ़े लिखे ही सही, उनके घर भले ही छोटे सही
मगर क़द में वो हमेशा कहीं ज्यादा बड़े हुआ करते थे
हम ही वो खुशनसीब लोग हैं, जिन्होंने दोस्तों के बीच रिश्तों की मिठास महसूस की है…

जिंदगी में दोस्त बनते हैं एक ही बार
लेकिन वे याद आते हैं बार-बार
मुसीबत में साथ देने हर पल तैयार

” जिंदगी का अनमोल रतन है दोस्ती
जिंदगी जीने का दूसरा नाम है दोस्ती ”

प्रेम के सागर की पतवार है दोस्ती
विश्वास की मजबूत दीवार है दोस्ती
होली के रंगों की तरह होती है दोस्ती
सावन के झूलों की तरह होती है दोस्ती
जीवन में अमावस की रात भी आए अगर
टिमटिमाते दीपों की दिपावली है दोस्ती
इसीलिए तो हमेशा यादगार बनें दोस्ती

” जिंदगी का अनमोल रतन है दोस्ती
जिंदगी जीने का दूसरा नाम है दोस्ती “

3 Likes · 792 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Aarti Ayachit
View all
You may also like:
भूमि दिवस
भूमि दिवस
SATPAL CHAUHAN
तेरे मेरे बीच में,
तेरे मेरे बीच में,
नेताम आर सी
शुभ दीपावली
शुभ दीपावली
Harsh Malviya
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
Bhupendra Rawat
फल और मेवे
फल और मेवे
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
तलबगार दोस्ती का (कविता)
तलबगार दोस्ती का (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
4283.💐 *पूर्णिका* 💐
4283.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं।
छोड़ कर घर बार सब जाएं कहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
तुम और बिंदी
तुम और बिंदी
Awadhesh Singh
Easy is to judge the mistakes of others,
Easy is to judge the mistakes of others,
पूर्वार्थ
"इन्तेहा" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
उस रिश्ते की उम्र लंबी होती है,
उस रिश्ते की उम्र लंबी होती है,
शेखर सिंह
..
..
*प्रणय*
दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दु
दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दु
कृष्णकांत गुर्जर
!! बोलो कौन !!
!! बोलो कौन !!
Chunnu Lal Gupta
वह ख्वाब सा मेरी पलकों पे बैठा रहा
वह ख्वाब सा मेरी पलकों पे बैठा रहा
Kajal Singh
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
वो तो है ही यहूद
वो तो है ही यहूद
shabina. Naaz
ग़ज़ल _ खुदगर्जियाँ हावी हुईं ।
ग़ज़ल _ खुदगर्जियाँ हावी हुईं ।
Neelofar Khan
झाग गुमसुम लहर के आंँसू हैं
झाग गुमसुम लहर के आंँसू हैं
Sandeep Thakur
इस जग में पहचान का,
इस जग में पहचान का,
sushil sarna
ग़ज़ल --
ग़ज़ल --
Seema Garg
🫴झन जाबे🫴
🫴झन जाबे🫴
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
Hallucination Of This Night
Hallucination Of This Night
Manisha Manjari
प्रेम में डूबे रहो
प्रेम में डूबे रहो
Sangeeta Beniwal
*किताब*
*किताब*
Dushyant Kumar
कौआ और बन्दर
कौआ और बन्दर
SHAMA PARVEEN
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
"मत पूछो"
Dr. Kishan tandon kranti
*मदमस्त है मौसम हवा में, फागुनी उत्कर्ष है (मुक्तक)*
*मदमस्त है मौसम हवा में, फागुनी उत्कर्ष है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
Loading...