Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2022 · 1 min read

जिंदगी और करार

ज़िंदगी है मगर क़रार नहीं
अब किसी पे भी ऐतबार नहीं

ये सुकूं से भरी नसीहत है
सब करो मेरे यार, प्यार नहीं

तुमको उसकी खुशी गंवारा थी
जीत समझो तुम इसको हार नहीं

मान लेती तुम्हे थी फिक्र मेरी
तुम कराते जब इंतज़ार नहीं

जाम पे जाम पी रहें हैं मगर
एक तेरे सिवा खुमार नहीं

इसमें नुक़सान क्या मुनाफा क्या
इश्क़ है इश्क़ कारोबार नहीं

तुम अनन्या से मांगते हो दिल
इसका दिल पे कुछ इख्तियार नहीं

© अनन्या राय पराशर

8 Likes · 2 Comments · 888 Views

You may also like these posts

गुस्सा सातवें आसमान पर था
गुस्सा सातवें आसमान पर था
सिद्धार्थ गोरखपुरी
पंक्तियाँ
पंक्तियाँ
प्रभाकर मिश्र
कृतघ्न अयोध्यावासी !
कृतघ्न अयोध्यावासी !
ओनिका सेतिया 'अनु '
मसान.....
मसान.....
Manisha Manjari
​दग़ा भी उसने
​दग़ा भी उसने
Atul "Krishn"
आत्म मंथन
आत्म मंथन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
" अदा "
Dr. Kishan tandon kranti
#तू वचन तो कर
#तू वचन तो कर
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
मेरी हास्य कविताएं अरविंद भारद्वाज
मेरी हास्य कविताएं अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
4476.*पूर्णिका*
4476.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*यातायात के नियम*
*यातायात के नियम*
Dushyant Kumar
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
Phool gufran
ग़म हमें सब भुलाने पड़े।
ग़म हमें सब भुलाने पड़े।
पंकज परिंदा
गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा
Dr.Priya Soni Khare
त्वमेव जयते
त्वमेव जयते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ऑंधियों का दौर
ऑंधियों का दौर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
नव्य द्वीप का रहने वाला
नव्य द्वीप का रहने वाला
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हाँ ये सच है
हाँ ये सच है
Saraswati Bajpai
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कोई विरला ही बुद्ध बनता है
कोई विरला ही बुद्ध बनता है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
भविष्य के सपने (लघुकथा)
भविष्य के सपने (लघुकथा)
Indu Singh
कटु दोहे
कटु दोहे
Suryakant Dwivedi
"Know Your Worth"
पूर्वार्थ
श्रम करो! रुकना नहीं है।
श्रम करो! रुकना नहीं है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
बेशक मां बाप हर ख़्वाहिश करते हैं
बेशक मां बाप हर ख़्वाहिश करते हैं
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
जो तुम्हारी ख़ामोशी से तुम्हारी तकलीफ का अंदाजा न कर सके उसक
इशरत हिदायत ख़ान
बाप ने शादी मे अपनी जान से प्यारा बेटी दे दी लोग ट्रक में झा
बाप ने शादी मे अपनी जान से प्यारा बेटी दे दी लोग ट्रक में झा
Ranjeet kumar patre
प्रीति
प्रीति
Rambali Mishra
*आओ हम वृक्ष लगाए*
*आओ हम वृक्ष लगाए*
Shashi kala vyas
महिला दिवस
महिला दिवस
ललकार भारद्वाज
Loading...