जिंदगी एक सीधी सड़क नही
जिंदगी एक सीधी सड़क नहीं,
गर सड़क भी है तो कई मोड़ हैं इसमें;
ये महामार्ग है अपने देश की,
कभी समतल तो कभी जोड़ हैं इसमें.
आभास नहीं होता है लेकिन,
कई और भी सड़कें मिलती रही हैं;
सूर्योदय भी होता है यहाँ,
शामें भी यहाँ ढलती रही हैं;
कई राहों की कई तरह से कई जगहों पर जोड़ हैं इसमें.
जिंदगी एक सीधी सड़क नहीं,
गर सड़क भी है तो कई मोड़ हैं इसमें;
सामने से कई सड़कें जुदा भी होती रही हैं,
तो क्या गर मन में दुख होता है?
सड़क तो चलती रहेगी आगे ही आगे,
मुडेगी उधर, जिधर हवा का रुख़ होता है;
चलते हुए हम भूलें नहीं, नियमों के कई तोड़ हैं इसमें.
जिंदगी एक सीधी सड़क नहीं,
गर सड़क भी है तो कई मोड़ हैं इसमें;
कभी कभी कोई समानांतर सड़क एक उम्मीद दिलाती है,
राह मनोरंजक कर निराशा हटाती है;
मिलेगी या नहीं इस उधेड़बुन मे उलझाती है,
बिना हल किए कई सवाल सुलझाती है;
मंज़िल का पता नहीं और इसे पाने की अजीब सी होड़ हैं इसमें.
जिंदगी एक सीधी सड़क नहीं,
गर सड़क भी है तो कई मोड़ हैं इसमें;
ये महामार्ग है अपने देश की,
कभी समतल तो कभी जोड़ हैं इसमें.