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13 Apr 2021 · 1 min read

जिंदगी एक झमेला है …

जिंदगी एक झमेला है
खुशी और ग़म का मेला है
कौन अपना और पराया है
ये सब स्वार्थ का खेला है
रिश्ते-नाते प्यार, मोहब्बत
चले जब तक पास धेला है
जीवन के इस मकड़जाल से
लड़ता ये इंसान अकेला है
नहीं सुकूँ है इस दुनियाँ में
सबके सिर तृष्णा का ठेला है
नहीं काम आएगा कोई
अच्छे कर्मों से पार बेड़ा है
✍️रमाकान्त पटेल

Language: Hindi
4 Likes · 6 Comments · 798 Views
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