जिंदगी,रास्ते
रास्ता खोल रखा है,आज भी मैने,आने जाने का
सोचता हूं,कोई तो हाल पूछेगा,तेरे इस दीवाने का
मेरे पास कई मौके थे,सब सही करने को हमारे बीच,
तुम्हे भी तो मौका चाहिए था ना,बिछड़ जाने का
जाओ यही रास्ता है,मंजिल आगे है,तुम्हारी मेरी जान
तुम्हे दे दिया,मौका एक और दफा,दिल दुखाने का
मेरे बाद कई और आएंगे,दिल लगाने तुमसे संभलकर रहना,
जिंदगी नही देती इतने मौके फिर संभल जाने का
मेरी रूह तलाश में रहती है,अक्सर तुम्हारे,आखिर क्यों..!
अब क्या मसला है,मेरी कब्र पर बार बार आने का
कभी यहां होते थे,तुम मैं और हमारी हसीन यादें है ना…!
कोई फायदा नहीं कब्र पर फूल रख जाने का