Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jan 2024 · 1 min read

जाहि विधि रहे राम ताहि विधि रहिए

लक्ष्य बदलते रहे सदा, या यूं कह दूं कोई लक्ष्य न था।
जीवन तो जीते रहे मगर, इसका कोई उपलक्ष्य न था।।
या समझूं की जीवन तो, बस पैदा होना और मरना है।
जो भी करना है प्रभु करे, मुझको तो कुछ नहीं करना है।।
समझूं मैं समर्पण भाव इसे, या तुमको कायर भीरू कहूं।
या कहूं संत ऋषि मुनि तुम्हे, या तुमको पैगंबर पीर कहूं।।
चौरासी लाख योनियों में तुमको, विशेष गुणों से साजा है।
पिता, पालक और संहारक, इन तीनों गुणों से नवाजा है।।
हे ईश्वर के श्रेष्ठ कीर्ति, उठ जाओ त्यागो कुंभकर्णी नींद।
केवल मानव के नहीं अपितु औरों के भी तुम हो उम्मीद।।
न रहो उदर तक तुम सीमित, बक्षस्थल का भी ध्यान करो।
मस्तक को ब्रह्माण्ड बनाकर, तुम भूजदंडो का संधान करो।।
नख-सिख तक उपयोगी हैं, जो ईश्वर ने तुमको हैं दान दिए।
पुरखों ने तो सदुपयोग कर, जड़ चेतन का है कल्याण किए।।
चरना खाना चुगना खाना,भक्षण ही पशु पक्षी के लक्षण है।
पालक बनकर बिचरे जग में, यही मानव के सुभ लक्षण हैं।।
बदलो अब ये बात ‘जाहि विधि राखे राम वाही विधि रहिए।’
‘संजय’ बात अभी से ‘जाहि विधि रहें राम वाही विधि रहिए’।।

Language: Hindi
1 Like · 220 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उनकी आंखो मे बात अलग है
उनकी आंखो मे बात अलग है
Vansh Agarwal
मुग़ल काल में सनातन संस्कृति,मिटाने का प्रयास हुआ
मुग़ल काल में सनातन संस्कृति,मिटाने का प्रयास हुआ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
😢
😢
*प्रणय*
चित्र और चरित्र
चित्र और चरित्र
Lokesh Sharma
बहुत कीमती है पानी,
बहुत कीमती है पानी,
Anil Mishra Prahari
लिखना पूर्ण विकास नहीं है बल्कि आप के बारे में दूसरे द्वारा
लिखना पूर्ण विकास नहीं है बल्कि आप के बारे में दूसरे द्वारा
Rj Anand Prajapati
मुक्कमल कहां हुआ तेरा अफसाना
मुक्कमल कहां हुआ तेरा अफसाना
Seema gupta,Alwar
" क़ैद में ज़िन्दगी "
Chunnu Lal Gupta
“लिखने से कतराने लगा हूँ”
“लिखने से कतराने लगा हूँ”
DrLakshman Jha Parimal
हिन्दी ग़ज़ल के कथ्य का सत्य +रमेशराज
हिन्दी ग़ज़ल के कथ्य का सत्य +रमेशराज
कवि रमेशराज
"पुरानी तस्वीरें"
Lohit Tamta
वासुदेव
वासुदेव
Bodhisatva kastooriya
जो घटनाएं घटित हो रही हैं...
जो घटनाएं घटित हो रही हैं...
Ajit Kumar "Karn"
हम भी मौजूद हैं इस ज़ालिम दुनियां में साकी,
हम भी मौजूद हैं इस ज़ालिम दुनियां में साकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पोता-पोती बेटे-बहुएँ,आते हैं तो उत्सव है (हिंदी गजल/गीतिका)
पोता-पोती बेटे-बहुएँ,आते हैं तो उत्सव है (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
संवेदना का कवि
संवेदना का कवि
Shweta Soni
कहाँ चल दिये तुम, अकेला छोड़कर
कहाँ चल दिये तुम, अकेला छोड़कर
gurudeenverma198
मेरी भावों में डूबी ग़ज़ल आप हैं
मेरी भावों में डूबी ग़ज़ल आप हैं
Dr Archana Gupta
** मुक्तक **
** मुक्तक **
surenderpal vaidya
কি?
কি?
Otteri Selvakumar
*पेड़*
*पेड़*
Dushyant Kumar
बंधन में रहेंगे तो संवर जायेंगे
बंधन में रहेंगे तो संवर जायेंगे
Dheerja Sharma
23/176.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/176.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन में आप सभी कार्य को पूर्ण कर सकते हैं और समझ भी सकते है
जीवन में आप सभी कार्य को पूर्ण कर सकते हैं और समझ भी सकते है
Ravikesh Jha
बेडी परतंत्रता की 🙏
बेडी परतंत्रता की 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
लिखा है किसी ने यह सच्च ही लिखा है
लिखा है किसी ने यह सच्च ही लिखा है
VINOD CHAUHAN
नदी तट पर मैं आवारा....!
नदी तट पर मैं आवारा....!
VEDANTA PATEL
मैं एक राह चुनती हूँ ,
मैं एक राह चुनती हूँ ,
Manisha Wandhare
भूलने की
भूलने की
Dr fauzia Naseem shad
Loading...