Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2021 · 1 min read

जासूसी उपन्यासकार वेदप्रकाश शर्मा के साथ

आज हमारे बीच हिंदी जासूसी उपन्यासकारों में प्रमुख स्तम्भ वेदप्रकाश शर्मा नहीं हैं, हालाँकि वे पॉकेट बुक्स व लुगदी साहित्य के पुरोधा थे, तथापि उनके उपन्यास ‘वर्दी वाला गुंडा’ की लगभग 10 करोड़ प्रतियाँ बिकी थी, जो किसी भी भारतीय नामवरी-साहित्यकारों की कृतियों के लिए संभव नहीं रहा है। पाठकों में रोचकता लाने के मामले में उनके उपन्यास गोदान, मैला आँचल आदि से कतई कम नहीं है।

कुछ वर्ष पूर्व ही पटना पुस्तक मेला से लौटते वक़्त राजेंद्रनगर टर्मिनल के बुकस्टॉल में वेदप्रकाश शर्मा जी के जासूसी उपन्यास ‘देवकांता-संतति’ की सभी 14 पार्ट देखा और फ़ौरन खरीद लिया, जो कि मैं कई सालों से खोज रहा था । एक तिलिस्मी, रहस्यमयी और जासूसी लेखक का जादुई अंदाज़ में परलोक सिधार जाना, न केवल दिल में टीस उभार देता है, अपितु आँखों में अश्रु भी ला देते हैं ।

मैंने उनके लगभग नॉवेल्स को पढ़ा है । वे व्यक्तिगत रहस्यमयी भी हैं, क्योंकि अपने नाम के साथ-साथ वे ‘केशव पंडित’ के नाम से भी सराहे गए ! एक पाठक की तरफ से ऐसे धुरन्धर लेखक को श्रद्धाञ्जलि देते हुए हम पाठकों को यह हमेशा अफ़सोस रहेगा कि उनके सभी नॉवेल के पात्र-नायक हर परिस्थितियों में विजय प्राप्त कर लेते थे, परंतु हमारे प्रिय लेखक कैंसर को मात देने में पीछे कैसे रह गए ?

Language: Hindi
Tag: लेख
4 Likes · 2 Comments · 1017 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Dr Arun Kumar shastri  एक अबोध बालक 🩷😰
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक 🩷😰
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*भारत नेपाल सम्बन्ध*
*भारत नेपाल सम्बन्ध*
Dushyant Kumar
ज़िंदगी जी तो लगा बहुत अच्छा है,
ज़िंदगी जी तो लगा बहुत अच्छा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कोई दवा दुआ नहीं कोई जाम लिया है
कोई दवा दुआ नहीं कोई जाम लिया है
हरवंश हृदय
आजकल की दुनिया जितने वाले हौसला बढ़ाते है लेकिन मैं हारने वा
आजकल की दुनिया जितने वाले हौसला बढ़ाते है लेकिन मैं हारने वा
रुपेश कुमार
भ्रष्ट नेताओं,भ्रष्टाचारी लोगों
भ्रष्ट नेताओं,भ्रष्टाचारी लोगों
Dr. Man Mohan Krishna
अधूरी रह जाती दस्तान ए इश्क मेरी
अधूरी रह जाती दस्तान ए इश्क मेरी
इंजी. संजय श्रीवास्तव
डर डर जीना बंद परिंदे..!
डर डर जीना बंद परिंदे..!
पंकज परिंदा
*धरती हिली ईश की माया (बाल कविता)*
*धरती हिली ईश की माया (बाल कविता)*
Ravi Prakash
औरों के संग
औरों के संग
Punam Pande
जनाब, दोस्तों के भी पसंदों को समझो ! बेवजह लगातार एक ही विषय
जनाब, दोस्तों के भी पसंदों को समझो ! बेवजह लगातार एक ही विषय
DrLakshman Jha Parimal
जरुरी नहीं कि
जरुरी नहीं कि
Sangeeta Beniwal
मीठी वाणी
मीठी वाणी
Kavita Chouhan
समय निकल जाएगा,
समय निकल जाएगा,
Ajit Kumar "Karn"
आगे निकल जाना
आगे निकल जाना
surenderpal vaidya
मातृशक्ति
मातृशक्ति
Sanjay ' शून्य'
4886.*पूर्णिका*
4886.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पत्थर दिल का एतबार न कीजिए
पत्थर दिल का एतबार न कीजिए
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
" वाई फाई में बसी सबकी जान "
Dr Meenu Poonia
शब्द
शब्द
Ajay Mishra
कभी-कभी दुख नदी के तेज बहाव की तरहा आता है ऐसे लगता है सब कु
कभी-कभी दुख नदी के तेज बहाव की तरहा आता है ऐसे लगता है सब कु
पूर्वार्थ
ख्वाब दिखाती हसरतें ,
ख्वाब दिखाती हसरतें ,
sushil sarna
सच को खोना नहीं  ,
सच को खोना नहीं ,
Dr.sima
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सच्ची मेहनत कभी भी, बेकार नहीं जाती है
सच्ची मेहनत कभी भी, बेकार नहीं जाती है
gurudeenverma198
🙅चुनावी पतझड़🙅
🙅चुनावी पतझड़🙅
*प्रणय*
दबी दबी आहें
दबी दबी आहें
Shashi Mahajan
"परमार्थ"
Dr. Kishan tandon kranti
देवी महात्म्य प्रथम अंक
देवी महात्म्य प्रथम अंक
मधुसूदन गौतम
Loading...