Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Chintan Jain
5 Followers
Follow
Report this post
8 May 2020 · 1 min read
जाम ( शायरी )
पास लाकर होंठो के जाम आपसे छूट गया
हाय बेचारे शीशे का कितना दिल टूट गया ।
– चिंतन जैन
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
Like
Share
1 Comment
· 397 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
हर आँसू में छिपा है, एक नया सबक जिंदगी का,
Kanchan Alok Malu
जिसका हक है उसका हक़दार कहां मिलता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चेहरे पे चेहरा (ग़ज़ल – विनीत सिंह शायर)
Vinit kumar
वो अनुराग अनमोल एहसास
Seema gupta,Alwar
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
चमन
Bodhisatva kastooriya
जून की दोपहर
Kanchan Khanna
3196.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*कर्मफल सिद्धांत*
Shashi kala vyas
*झाड़ू (बाल कविता)*
Ravi Prakash
फूल सी खुश्बू लुटातीं बेटियां
पंकज परिंदा
मौन मुहब्बत में रही,आंखों में थी आश।
सत्य कुमार प्रेमी
एक उड़ान, साइबेरिया टू भारत (कविता)
Mohan Pandey
अगर आपको सरकार के कार्य दिखाई नहीं दे रहे हैं तो हमसे सम्पर्
Anand Kumar
इस कदर भीगा हुआ हूँ
Dr. Rajeev Jain
अजीब शै है ये आदमी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
जब तक दुख मिलता रहे,तब तक जिंदा आप।
Manoj Mahato
चाँद पूछेगा तो जवाब क्या देंगे ।
sushil sarna
"सरकस"
Dr. Kishan tandon kranti
প্রশ্ন - অর্ঘ্যদীপ চক্রবর্তী
Arghyadeep Chakraborty
" फेसबूक फ़्रेंड्स "
DrLakshman Jha Parimal
बोल के लब आजाद है
Desert fellow Rakesh
वह लोग जिनके रास्ते कई होते हैं......
कवि दीपक बवेजा
क्या सत्य है ?
Buddha Prakash
बिल्ली की तो हुई सगाई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
दिल की धड़कन भी
Surinder blackpen
Everyone enjoys being acknowledged and appreciated. Sometime
पूर्वार्थ
😢रील : ताबूत में कील😢
*प्रणय*
सत्य की खोज
Surya Barman
Loading...