जाने वो दिन कब आएंगे
कब हम मिलेंगे अपनों से,
और दिल से दोस्ती निभाएंगे।
खुशियों की होगी भोर कभी,
जाने वो दिन कब आएंगे।।1।।
माना हमसे सब दूर अभी,
हम मजबूरी अपनी बताएंगे।
दूरियां होंगी खत्म यहां,
जाने वो दिन कब आएंगे।।2।।
संग अपनों के बैठ ज़रा,
मिलकर हम जश्न मनाएंगे।
माहौल में होगी रंगीनी,
जाने वो दिन कब आएंगे।।3।।
होगी त्योहारों की सी रौनक,
मन भर के मिठाई खाएंगे।
जब सारी दुनिया खुलजायेगी,
जाने वो दिन कब आएंगे।।4।।
कभी कभी यूँ लगता है,
हम ऐसे ही रह जाएंगे।
कब तक टल जाएगा संकट,
जाने वो दिन कब आएंगे।।5।।
स्वरचित
तरुण सिंह पवार