जाने वाले सुन
उलझी है उलझने मेरी,
मेरा दर्द अब कोई क्या समझ पाएगा,
बैचैन हुए है जिसके लिए वो चैन किसी का बन जाएगा,
मुझे छोड़ के पा सुकून,
( जाने वाले सुन )
लाख कर ले अपनी माफी के सज़दे अब तुझे भी सुकून नही आएगा ।
उलझी है उलझने मेरी,
मेरा दर्द अब कोई क्या समझ पाएगा,
बैचैन हुए है जिसके लिए वो चैन किसी का बन जाएगा,
मुझे छोड़ के पा सुकून,
( जाने वाले सुन )
लाख कर ले अपनी माफी के सज़दे अब तुझे भी सुकून नही आएगा ।