जाने तू है कहा –
– जाने तू है कहा –
तुझे ढूढता में यहा वहा,
मिलती नही तू चारो दिशा,
दिल के मेरे दर्द की तू है दवा,
तू ही मेरा मर्ज तू ही है इलाज,
तेरे बिना में हु एक जिंदा लाश,
इस जिंदा लाश की तुम ही हो श्वास,
में हु शरीर तुम हो उसमे प्राण,
रूठना कर जाने वाली,
मेरा मन रुहासी करने वाली,
मर जाऊंगा में तेरे बिना,
अब तू आजा जल्दी से मेरी जान,
दिल तुझे ढूंढे आंखे तेरे दीदार को तरसे,
पर तू न दिखे मेरी जान,
जाने
तुझे ढूंढता में यहा वहा,
मिलती नही तू चारो दिशा,
तू ही बता तू है
कहा,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184