*जाने कौन आता है (गीत)*
जाने कौन आता है (गीत)
___________________________
बुलाता हूँ किसे मैं रोज, जाने कौन आता है
(1)
मुझे वह बेसुधी देता है, मैं उसमें रहा खोया
नशे-मस्ती में जाने कौन-सी हॅंसता रहा रोया
ठहरता है समय दो पल, न कुछ आता न जाता है
(2)
रहे चुपचाप हम दोनों, न देखा चेहरा उसका
न खाली हाथ था उसका, नहीं देखा भरा उसका
बस एहसास है कोई, मुझे जो वह बताता है
(3)
मिलता हर जगह हर तीर्थ, वो मिलता है मेले में
मिलता घर के भीतर बंद कमरे-छत-अकेले में
आता दौड़कर है जब कोई दिल से बुलाता है
बुलाता हूँ किसे मैं रोज, जाने कौन आता है
——————————————
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर (उ.प्र.) 9997615451