जाने किस किस को खा गई मिट्टी
ग़ज़ल
जाने किस -किसको खा गई मिट्टी
ज़ीस्त क्या है बता गई मिट्टी।
जो जहां को बता चुके अपना
उनको अपना बना गई मिट्टी।
जिनका दुनियां में नाम चलता था
उनको अपना बना गई मिट्टी।
चार कांधे पे जब गया कोई
नींद में था जगा गई मिट्टी।
पास सब कुछ था अब नही कुछ भी
आईना जब दिखा गई मिट्टी।
आम इन्सान की विसात कहाँ
आसमानों को खा गई मिट्टी।
दोस्त -दुश्मन सभी को ग़म उसका
जिसको दूल्हा बना गई मिट्टी।
धर्मराज देशराज
सीहोर म प्र