जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
मुक्तक
जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
कब तलक आतंकवादी आग ये फैलाएंगे।
पाप का इक दिन घड़ा भर जाएगा तुम देखना,
ये कुकर्मी अपने ही कर्मों से मारे जाएंगे।
………✍️ सत्य कुमार प्रेमी
मुक्तक
जाने कब दुनियां के वासी चैन से रह पाएंगे।
कब तलक आतंकवादी आग ये फैलाएंगे।
पाप का इक दिन घड़ा भर जाएगा तुम देखना,
ये कुकर्मी अपने ही कर्मों से मारे जाएंगे।
………✍️ सत्य कुमार प्रेमी