जादू सब पर चल जाएगा
शबनम, गौहर, संगेमरमर, जादू सब पर चल जाएगा।
जब घूँघट से तुम झाँकोगी, चाँद फ़लक पर जल जाएगा।
जला रहा दीदार तुम्हारा, अब ये ठंडी छाँव छिपा लो,
वरना शीतल कोमलता में पत्थर हृदय पिघल जाएगा।
संजय नारायण
शबनम, गौहर, संगेमरमर, जादू सब पर चल जाएगा।
जब घूँघट से तुम झाँकोगी, चाँद फ़लक पर जल जाएगा।
जला रहा दीदार तुम्हारा, अब ये ठंडी छाँव छिपा लो,
वरना शीतल कोमलता में पत्थर हृदय पिघल जाएगा।
संजय नारायण